खनिज तथा ऊर्जा संसाधन
Presented by: Govind Lectures
NCERT कक्षा 10 भूगोल अध्याय 5 | महत्वपूर्ण निबन्धात्मक प्रश्न व मानचित्र कार्य
प्रश्न 1/11
1. हमें खनिजों के संरक्षण की आवश्यकता क्यों है? खनिजों के संरक्षण के कोई तीन उपाय सुझाइए। (4 अंक)
उत्तर:
खनिज सीमित और अनवीकरणीय संसाधन हैं। संरक्षण के मुख्य कारण:
- सीमित भंडार: पृथ्वी पर खनिज संसाधन बहुत सीमित मात्रा में हैं (कुल भू-पर्पटी का मात्र 1%)।
- लंबी निर्माण प्रक्रिया: इनके बनने में लाखों वर्ष लगते हैं।
- पुनर्भरण असम्भव: उपभोग की तुलना में इनके दोबारा बनने की दर नगण्य है।
संरक्षण के उपाय:
- उन्नत तकनीक: निम्न कोटि के अयस्कों का कम लागत पर प्रयोग करने के लिए नई तकनीक का विकास।
- पुनः चक्रण (Recycling): धातुओं (जैसे लोहा, तांबा) का बार-बार उपयोग करना।
- प्रतिस्थापन: खनिजों के स्थान पर प्लास्टिक या अन्य विकल्पों का प्रयोग करना।
2. भारत में लौह अयस्क (Iron Ore) की प्रमुख पेटियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: भारत में लौह अयस्क की चार प्रमुख पेटियाँ हैं:
- ओडिशा-झारखंड पेटी: मयूरभंज और केंदूझर (ओडिशा) तथा सिंहभूम (झारखंड) से हेमेटाइट अयस्क मिलता है।
- दुर्ग-बस्तर-चंद्रपुर पेटी: छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में। बस्तर की बेलाडिला पहाड़ियों में उच्च कोटि का हेमेटाइट पाया जाता है।
- बल्लारि-चित्रदुर्ग-चिक्कमंगलूरु-तुमकूरु पेटी: कर्नाटक में। कुद्रेमुख की खानें संसार के सबसे बड़े निक्षेपों में से एक हैं।
- महाराष्ट्र-गोवा पेटी: गोवा और रत्नागिरी जिले में। यहाँ का लोहा मरमागाओ पत्तन से निर्यात होता है।
3. परंपरागत और गैर-परंपरागत ऊर्जा संसाधनों में मुख्य अंतर क्या है?
उत्तर:
| परंपरागत (Conventional) | गैर-परंपरागत (Non-Conventional) |
|---|---|
| समाप्य और अनवीकरणीय (जैसे कोयला, पेट्रोल)। | असमाप्य और नवीकरणीय (जैसे सौर, पवन ऊर्जा)। |
| प्रदूषण फैलाते हैं। | पर्यावरण अनुकूल हैं, प्रदूषण मुक्त। |
| उपयोग लंबे समय से हो रहा है। | तकनीक विकास के साथ अब प्रचलित हुए हैं। |
4. "भारत में सौर ऊर्जा का भविष्य उज्ज्वल है।" इस कथन की पुष्टि कीजिए।
उत्तर: भारत में सौर ऊर्जा का भविष्य निम्नलिखित कारणों से उज्ज्वल है:
- भौगोलिक स्थिति: भारत एक उष्ण कटिबंधीय देश है, जहाँ वर्ष भर प्रचुर धूप मिलती है।
- ग्रामीण लाभ: यह जलावन लकड़ी और उपलों पर निर्भरता कम करता है।
- विविध उपयोग: खाना पकाने, पानी गर्म करने, और कृषि पंप चलाने में उपयोगी।
- स्वच्छ ऊर्जा: यह प्रदूषण मुक्त है और पर्यावरण संरक्षण में सहायक है।
5. कोयले के विभिन्न प्रकारों का वर्गीकरण कीजिए और उनके गुण बताइए।
उत्तर: कोयले के चार मुख्य प्रकार हैं:
- पीट (Peat): निर्माण की पहली अवस्था, कम कार्बन, अधिक नमी, कम ताप।
- लिग्नाइट (Lignite): 'भूरा कोयला', निम्न कोटि, मुलायम, अधिक नमी। (मुख्य भंडार: नेवेली, तमिलनाडु)।
- बिटुमिनस (Bituminous): गहराई में दबा हुआ, वाणिज्यिक प्रयोग में सर्वाधिक लोकप्रिय, धातु शोधन में उपयोगी।
- एन्थ्रेसाइट (Anthracite): सर्वोत्तम कठोर कोयला, सर्वाधिक कार्बन, बिना धुएँ के जलता है।
6. खनन कार्यों को 'घातक उद्योग' (Killer Industry) क्यों कहा जाता है?
उत्तर: इसे खनिकों के लिए खतरनाक होने के कारण 'घातक उद्योग' कहते हैं:
- स्वास्थ्य: धूल और धुएं से फेफड़ों की बीमारियां (जैसे सिलिकोसिस)।
- दुर्घटनाएं: खदान की छत गिरना, पानी भर जाना (जलप्लावित), और आग लगना।
- पर्यावरण: जल स्रोतों का दूषित होना और मिट्टी का क्षरण।
7. मानचित्र कार्य: भारत की प्रमुख लौह अयस्क खदानें (Iron Ore Mines) कौन सी हैं?
महत्वपूर्ण स्थान (मानचित्र में पहचानें):
- मयूरभंज: ओडिशा
- दुर्ग: छत्तीसगढ़
- बेलाडिला: छत्तीसगढ़
- बल्लारि: कर्नाटक
- कुद्रेमुख: कर्नाटक
इन स्थानों को भारत के राजनीतिक मानचित्र पर अंकित करने का अभ्यास करें।
8. मानचित्र कार्य: भारत के प्रमुख कोयला क्षेत्र (Coal Mines) कहाँ स्थित हैं?
महत्वपूर्ण कोयला खदानें:
- रानीगंज: पश्चिम बंगाल (सबसे पुराना क्षेत्र)
- बोकारो: झारखंड
- तलचर: ओडिशा
- नेवेली: तमिलनाडु (लिग्नाइट कोयला)
9. मानचित्र कार्य: भारत के प्रमुख तेल क्षेत्र (Oil Fields) कौन से हैं?
महत्वपूर्ण तेल क्षेत्र:
- डिगबोई: असम (सबसे पुराना)
- नहरकटिया: असम
- मुंबई हाई: महाराष्ट्र तट के पास (अरब सागर)
- बसीन: मुंबई हाई के दक्षिण में
- कलोल & अंकलेश्वर: गुजरात
10. मानचित्र कार्य: भारत के प्रमुख आणविक ऊर्जा संयंत्र (Nuclear Power Plants) कहाँ हैं?
प्रमुख परमाणु ऊर्जा केंद्र:
- नरोरा: उत्तर प्रदेश
- काकरापारा: गुजरात
- तारापुर: महाराष्ट्र (भारत का पहला)
- कलपक्कम: तमिलनाडु
11. मानचित्र कार्य: भारत के प्रमुख तापीय ऊर्जा संयंत्र (Thermal Power Plants) बताइये।
प्रमुख थर्मल पावर प्लांट:
- नामरूप: असम
- सिंगरौली: मध्य प्रदेश
- रामागुंडम: तेलंगाना
तापीय संयंत्र कोयले का उपयोग करके बिजली बनाते हैं, इसलिए ये अक्सर कोयला क्षेत्रों के पास स्थित होते हैं।
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शुभकामनाएं!
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